सूती कपड़े से घर में बनें मास्क ज्यादा प्रभावी: अध्ययन

सूती कपड़े से घर में बनें मास्क ज्यादा प्रभावी: अध्ययन

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क पहनना अतिआवश्यक है। इसलिए तो सभी लोग मास्क पहनने की सलाह देते हैं। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री ने भी लोगों को मास्क या गमछा मुंह पर लपेट कर बाहर निकलने की हिदायत दी है। वहीं ऐसे में लोग मास्क पहन भी रहे हैं लेकिन बाजार में मिल रहे कई प्रकार के मास्क को देखकर लोग भ्रमित हो जा रहे हैं कि आखिर कौन सा मास्क उनकी सुऱक्षा करने में बेहतर है। ऐसी स्थिति में हम आपको बता दे कि होम मेड मास्क व्यावसायिक मास्क से ज्यादा कारगर है।

पढ़ें- इम्यूनिटी रातों रात नहीं बढ़ती, औषधि के साथ-साथ भोजन और जीवनशैली में भी बदलाव जरूरी 

अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, घर के बने रजाई वाले कॉटन मास्क और रूमाल से बने मास्क व्यावसायिक रूप से उपलब्ध शंकु मास्क से अधिक प्रभावी होते हैं। घरेलू मास्क के प्रभावी होने का सबसे बड़ा कारण है मास्क का पैटर्न और उसकी मोटाई। 

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कपास के कपड़े से बनाया गए मास्क को इसके परीक्षण में इस्तेमाल किया, जिसमें मोटे धागे से बुनाई की गई थी। साथ में दो परतों को एक साथ सिलने के अलावा इसमें छिद्र भी काफी महत्वपूर्ण है। शोधकर्ताओं ने मास्क को परखने के लिए सुझाव दिया कि मास्क के माध्यम से प्रकाश की ओर देखना चाहिए कि वो मास्क प्रकाश को कितने प्रभावी तरीके से रोकता है।

वैज्ञानिकों ने पाया कि कई परतों वाले सूती कपड़े के मास्क को पहनने से ड्रॉपलेट ज्यादा दूर तक वातावरण में नहीं फैल पाते। मास्क पहने संक्रमित व्यक्ति के मुंह से निकली संक्रमित बूंदें मात्र ढाई इंच तक ही फैल सकती हैं। अगर कोई एक मीटर की दूरी बनाकर खड़ा है तो उसे कॉर्टन मास्क लगाए व्यक्ति से संक्रमण नहीं होगा। प्रधान मंत्री मोदी ने भी अपने संबोधन में कई बार कहा कि घर से बाहर निकलते वक्त अनिवार्य रूप से मास्क पहनें। मास्क घर में कॉटन कपड़े का बना हो तो ज्यादा बेहतर रहेगा।

 

इसे भी पढ़ें-

बच्चों को कम प्रभावित कर रहा है कोविड-19, जानें शोध में क्यों कही गई ये बात

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।